
दीपावली 14 नवंबर 2020 हिंदी में,- मुहूर्त - दिवाली मानाने का महत्व
शुभ दीपावली 2020
“दीप जलते रहे मन से मन मिलते रहे , गिले शिकवें सारे मन से निकलते रहे .
सारे विश्व में शुख शांति की प्रभात ले आये , ये दीपो का त्यौहार खुशियों की सौगात ले आये “.
5 दिन का त्यौहार -
- धनतेरस 12 -11-2020 2. नरक चतुर्दसी - 13-11-2020 3. दीपावली -14-11-2020 4. गोवर्धन पूजा – 15-11-2020 5. भाई दूज -16-11-2020.
मुहूर्त –
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा मुहूर्त शाम 5:30 मिनट से 7:25 तक कुल अवधी 1 घंटे 55 मिनट का होगा |
प्रदोष काल में –
प्रदोष काल में शाम 7 :27 मिनट से 8:35 मिनट तक रहेगा|
वृषभ काल में -
- शाम 5:30 मिनट से रात्रि 7:25 मिनट तक रहेगा |
दिवाली चौघडिया / लक्ष्मी पूजा चौघडिया 2020
दोपहर शुभ मुहूर्त -1:40 से 2.13 मिनट तक .
दिवाली पूजा विधि /लक्ष्मी पूजा विधि
- दिवाली के दिन मुख्या द्वार पर सुन्दर सा रंगोली बनाये.
- दिवाली के दिन मुख्या रूप से भगवान् गणेश, माँ लक्ष्मी और भगवान् कुबेर की पूजा की जाती है |
- दिवाली की शाम को एक साफ़ चौकी बिछाए उसके ऊपर लाल कपडा बिछाये इसके बाद इस पर गंगा जल छिडके |
- उसके ऊपर अस्त्दल कमल बनाये और उसको लाल रंग के फूलो से सजाये |
- सबसे पहले श्री यन्त्र को स्थापित करे गणेश , माँ लक्ष्मी के साथ कुबेर जी को स्थापित करे |
- पूजा स्थान पर जहा अस्त्दल कमल बना हो उसके ऊपर जल से भरा ताम्बे का कलश या पीतल का कलश या मिटटी का कलश रखे |
- कलश के गले में मौली या रक्षा सूत्र दो बार लपेटे फिर कलश पर स्वस्तिक बनाये |
- कलश में सबसे पहले गंगा जल भरे फिर पानी से भर दे और उसमे सुपारी सिक्का डाल दे उसमे 5 या 7 आमके या अशोका के पत्ते डाले और उसके ऊपर नारियल रख दे |
- पूजा स्थान पर फल, मिठाई, पंचमेवा, गुड अमला, गन्ना घी, कमल का फूल गुलाब का फूल, बतासे और भी पकवान भगवान् गणेश और माँ लक्ष्मी के आगे रखे |
- माँ लक्ष्मी को कमल का फूल बहुत पसंद है इस लिए माँ लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पण करे
- इसके बाद भगवान् के सामने घी के 11 दिए और तिल के तेल का 7 दिया और एक मिटटी की बड़ी दिया जिसमे सरसों का तेल भरा हो जो रात भर जल जाए और उसका काजल बना के बच्चो तथा बड़ो लगाए बहुत फायदा करता है और बुरी नजर से बचाता है |
- भगवान गणेश की माँ लक्ष्मी की भगवान् कुबेर की विधिवत पूजा करे मंत्र जाप करे सूक्ति पाठ करे जिससे धन की प्राप्ति होती है चालीसा पढ़े फिर आरती करे पुरे परिवार के साथ.
- फिर अपने तिजोरी का गहनों का पैसो का बहीखातो का भी पूजा करते है जिससे आपकी सम्पनता बढती जाती है |
दिवाली मानाने का महत्व –
दिवाली के त्यौहार पर लोग अपने घर की खूब अच्छी सफाई करवाते है घर में नए परदे आते है नया सोफे कवर आते है नए कपडे मिठाई आती है दिवाली के त्यौहार पर लोगो द्वारा पटाखा और प्रयोग करने से सम्बंधित एक कहानी है लोग पुरे वर्स के लिए स्वास्थ ,धन ,ज्ञान,शांति ,समृधि ,प्राप्त करने हेतु |
पठाखो के उपयोग की एक फायदा है पृथ्वी पर पटाखों की उच्च श्रेणी की ध्वनि लोगो के असली कुशी का संकेत है पटाखों से निकला धुवा बरसात के मौसम के बाद उत्पन्न हुए बहुत से कीड़े को मारता है |
दिवाली पर जुआ खेलने के रिवाज़ का भी महत्व है लोगो को विश्वास है की इस दिन देवी पार्वती और भगवान शिव पासों से खेले थे . लोग भी इसी मिथक के साथ पुरे वर्ष समृधि पाने के लिए दिवाली की रात इस खेल को खेलते है |
दिवाली अच्छाई की बुराई के ऊपर विजय के उप लक्ष्य में मनाया जाता है दिवाली पर सरसों के तेल के साथ मिट्टी के दिये प्रज्वलित करने का हिन्दू अनुष्ठान है लोगो के बिच दुश्मनी दूर करने और प्यार और दोस्ती को बढाने के लिए इस दिन मिठाई और उपहार वितरित करते है यह पुरे भारत के साथ-साथ भारत के बाहर भी विभिन्न धर्मो के लोगो द्वारा जैसे –हिन्दू ,सिख ,जैन ,बौद्ध के द्वारा मनाया जाता है|